कई राज्यों में भारी बारीश का अलर्ट, स्कायमेट मौसम पुर्वानुमान
स्काईमेट वेदर के मौसम विशेषज्ञ महेश पलावत के अनुसार, आने वाले दिनों में देश के मौसम में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। 27 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पहाड़ों पर पहुंचने वाला है, जिसके पीछे 30 दिसंबर को एक और सिस्टम सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से 30, 31 दिसंबर और 1 जनवरी के दौरान गिलगित-बाल्टिस्तान, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी की संभावना है। नए साल का स्वागत पहाड़ों पर बर्फ की सफेद चादर के साथ हो सकता है, जिससे पर्यटकों के लिए यह समय बेहद रोमांचक रहेगा।
मैदानी इलाकों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले 24 से 48 घंटों में तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादलों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। राजस्थान के चुरू, बीकानेर और सीकर जैसे इलाकों में कड़ाके की सर्दी के साथ सुबह के समय पाला पड़ने की स्थिति बनी हुई है, जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार के गंगा के मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा छाए रहने की उम्मीद है, जिससे दिन में भी ठंड का अहसास बना रहेगा।
दक्षिण भारत में भी मौसम का मिजाज बदलने वाला है। 30 दिसंबर के आसपास एक बार फिर मौसमी गतिविधियां तेज हो सकती हैं। श्रीलंका के पास बनने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप के इलाकों में बारिश के आसार जताए गए हैं। पूर्वोत्तर भारत और पूर्वी राज्यों जैसे बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे सर्दी का प्रकोप और बढ़ेगा।
कुल मिलाकर, नए साल की शुरुआत उत्तर में बर्फबारी और दक्षिण में बारिश के साथ होने की उम्मीद है। मध्य भारत और गुजरात में फिलहाल तापमान बहुत ज्यादा नहीं गिरेंगे, लेकिन 2 या 3 जनवरी से एक बार फिर शीत लहर और कड़ाके की ठंड की वापसी हो सकती है। महेश पलावत के अनुसार, पर्यटकों के लिए पहाड़ों पर लाइव स्नोफॉल देखने का यह बेहतरीन मौका होगा, क्योंकि वहां रुक-रुक कर बर्फबारी का दौर जारी रहने वाला है।